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Monday, June 30, 2014

ठगी का शिकार

वाहन ग्राहकों को बना रहे हैं ठगी का शिकार


सागर। वाहन डीलर और निजी फायनेंस कंपनियाँ मिलकर ग्राहकों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। दोनों इस तरह अपने जाल में फंसा लेते है कि वाहन के फायनेंस के फेर में इनकी चतुराई समझ ही नहीं पते हैं। जब समझते तब तक देर हो चुकी होती है।

   दो पहिया वाहन हो अथवा चार पहिया वाहन लेना हो शो रूम के विक्रय प्रतिनिधि और फायनेंस कंपनी के प्रतिनिधि मिलकर ग्राहक की जेब पर डाका डाल देते हैं। एक तरफ आकर्षक डिस्काउंट का लालच तो दूसरी ओर कम ब्याज के फेर में अनाप- शनाप शर्तों के मकड़जाल में उलझकर फड़फड़ाता रहता हैं। कोई भी ग्राहक की समस्या को सुलझाने तैयार नहीं है। बजाज के वाहन खरीदने जाओ तो शो रूम में बैठे फाइनेंसर अपनी ही बात से मुकर जाते हैं, पहले ब्याज दर कम बताते हैं फिर डाउन पेमेंट और दर बादल जाती है। इसी प्रकार हीरो, होंडा मारुति, हुंडाइ, महेन्द्रा, फोर्ड, टाटा आदि डीलर वाहन खरीदने वालों को चूना लगा रहे हैं। मारुति अल्टो 800 एल एक्स आई की बानगी से पूरे गोरखधंधे को समझा जा सकता है, जब ग्राहक पूछताछ को जाता है तो उसे आन रोड प्राइस बताते हैं, लेकिन एक्स शो रूम प्राइस नहीं बताते ना ही कंपनी के मुताबिक ऐसी सूची प्रदर्शित किए रहते हैं। कंपनी के अनुसार सागर में इस कार की कीमत 3लाख 5हजार 977,आर टी ओ  24हजार 918, बीमा 10हजार 779 इस तरह 3लाख 41हजार 674 आन रोड कीमत बनती है। लेकिन डीलर इसे 3लाख 55हजार 843 बताता है। फिर भी इस राशि की रसीद नहीं दी जाती है,डीलर डाउन पेमेंट 91हजार से अधिक बताता है इसे वह फायनेंस कंपनी के ले लेता है। जब फाइनेंसर स्टेटमेंट देता है तो कीमत 3लाख 12हजार से अधिक प्रदर्शित करता है,डाउन पेमेंट 78 हजार से अधिक दिखाता है। यही नहीं कीमत करीब 50 हजार सूलने के बाद शान से छूट का एहसान लाद देता है। आर टी ओ और बीमा में भी हेरफेर से कीमत को बढ़ा देते हैं।

    फाइनेंसर ग्रीमेंट सहित तमाम कागजात उपलब्ध नहीं करता है। इस तरह कर्ज लेने वाला अंधेरे में बने रहने मजबूर है। यह सब बैंकों से कर्ज लेने में होने वाली परेशानियों से बचने फेर में दलदल में फंस जाता है। एक बार फँसने के बाद कहीं कोई सुनवाई नहीं है। जबकि इससे टेक्स चोरी सहित तरह- तरह की अनियमितताओं को बढ़ावा मिल रहा है।  सागर में फिलहाल निजी फायनेंस कंपनियों की बाढ़ आई है, कोई गोल्ड लोन दे रहा है तो कोई संपत्ति रखकर लोन दे रहा है, इसके अलावा माइक्रो फायनेंस के नाम पर केवल महिलाओं को लोन देकर साप्ताहिक वसूली की जा रही है। इस ओर से लीड बैंक सहित जिला प्रशासन बेखबर है। ये कंपनियाँ निर्धारित नियमो के पालन करने में भी चूक कर रही हैं। 

इनका कहना है


स्थानीय शो रूम से ख़रीदे वाहन मालिकों से चर्चा में ये तथ्य उजागर हुये कि फाइनेंसर ब्लैंक चेक सुरक्षा के नाम पर ले रहे हैं। डीलर करीब 19 हजार डाउन पेमेंट लेता है,कंपनी और डीलर की कीमत में 13हजार से अधिक का अंतर,बीमा में 3हजार का अंतर आर टी ओ टेक्स में अंतर के साथ करीब 50 हजार अधिक वसूले जाते हैं। फिर 30हजार 500 की छूट देकर भी डीलर 7हजार से अधिक के फायदे में बना रहता है। ऐसा कार  खरीदकर पछता रहे प्रशांत राय ने बताया। 
 On Road Price Quote
Maruti Suzuki Alto 800 Lxi
3.42 Lakhs
3,41,674
Ex-Showroom Price
3,05,977
(A)
RTO
24,918
(B)
Insurance
10,779
(C)
On Road Price (Sagar)
3,41,674
(D=A+B+C)
स्त्रोत:मारुति की वैबसाइट से ली गई जानकारी  

Thursday, April 17, 2014

LOKSABHA CHUNAV2014






वरिष्ठ अधिकारियों ने भी किया मतदान

सागर । लोकसभा निर्वाचन 2014 सागर संसदीय क्षेत्र के लिये हुये मतदान में 17 अप्रैल को वरिष्ठ अधिकारी संभागायुक्त आर.के.माथुर, पुलिस महानिरीक्षक पंकज श्रीवास्तव एवं कलेक्टरयोगेन्द्र शर्मा ने भी संबंधित मतदान केन्द्रों पर जाकर मतदान किया । इसके अलावा मतदान में क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा बढ़चढ़कर मतदान किया गया। महिलायें, बुजुर्ग तथा निःषक्त व्यक्तियों ने भी अपने मताधिकार का उपयोग किया । कमिष्नर ने प्राथमिक-माध्यमिक शाला लाल स्कूल के सामने गोपालगंज मतदान केन्द्र क्रमांक 197 पर वोट डाला । इसी प्रकार आई.जी. ने शासकीय माध्यमिक शाला पुलिस लाइन के पास मतदान केन्द्र क्रमांक 224 पर अपनी माता जी श्रीमती विमलादेवी श्रीवास्तव उम्र 76 वर्ष एवं धर्मपत्नी डा0 शैफाली श्रीवास्तव सहित मतदान किया । कलेक्टर ने सागर क्लब स्थित मतदान केन्द्र पर प्रातः 7.00 बजे वोट डाला । इस केन्द्र पर उन्होंने सबसे पहले अपना वोट डाला ।
कमिश्नर-आई.जी. ने भ्रमण कर लिया मतदान का जायजा

सागर । सागर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव 2014 के लिये हुये मतदान का संभागायुक्त आर.के.माथुर एवं पुलिस महानिरीक्षक पंकज श्रीवास्तव ने शहर का भ्रमण कर जायजा लिया । भ्रमण के दौरान उन्होंने चुनाव व्यवस्था, शांतिपूर्ण मतदान का जायजा लिया । उन्होंने मतदाताओं को मतदान में कोई असुविधा न हो, इस बात पर विषेष ध्यान दिया । कमिष्नर एवं आई.जी. ने भ्रमण के दौरान गर्ल्स डिग्री कालेज, महारानी लक्ष्मीबाई हायर सेकन्ड्रीय स्कूल, गुजराती बाजार स्थित सरस्वती षिषु मंदिर उ0मा0 विद्यालय, पं.रविषंकर शुक्ला कन्या उ0मा0वि0, मछरियाई क्षेत्र तथा संत रविदास वार्ड क्षेत्र के मतदान केन्द्रों को देखा तथा वहां उपस्थित बी.एल.ओ. को आवष्यक दिषा निदेष दिये । उन्होंने उक्त मतदान केन्द्रों से संबंधित बी.एल.ओ. को सख्त हिदायत दी कि कोई भी मतदाता जिसका मतदाता सूची में नाम है, वह बिना मतदान के नहीं जाये । ऐसा पाये जाने पर संबंधित बी.एल.ओ. पर कठोर कार्रवाई की जायेगी । कमिष्नर एवं आई.जी.ने स्वयं मतदाताओं की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुये बी.एल.ओ. से पर्ची दिलवाई, जिससे मतदाता मतदान कर सके ।
            कमिष्नर ने बी.एल.ओ. को हिदायत दी कि वे मतदान केन्द्र के बाहर बैठे तथा जिन मतदाताओं को पर्ची नहीं मिल पाई है, उनकी पर्ची बनाये तथा संबंधित मतदान केन्द्र पर भेजें, ताकि मतदाता सुविधाजनक तरीके से मतदान कर सकें । बड़ा करीला के मतदान केन्द्र क्रमांक-5 पर 115 वर्षीय बुजुर्ग महिला श्रीमती मेहबूबन ने मतदान किया । इस बुजुर्ग महिला का नाम मतदाता सूची में नहीं मिलने पर कमिष्नर ने शासकीय वाहन से अन्य मतदान केन्द्र पर भेजा, लेकिन वहां भी नाम नहीं मिला तो तत्काल सिटी मजिस्ट्रेट श्रीमती अर्चना सोलंकी को बुलाया और लेपटाप पर नाम देखा गया । नाम मिलने पर मतदान केन्द्र क्रमांक-5 पर उक्त महिला को मतदान कराया गया । उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देष दिये कि मतदान केन्द्र क्रमांक एक से आठ एवं 13 की सूची मंगवायें तथा अतिरिक्त स्टाफ लगाकर मतदाताओं के नाम सूची में खोजे तथा शासकीय वाहन से संबंधित मतदान केन्द्र पर मतदाताओं को भेजकर मतदान करायें ।
बामोरा में वोट डाला भूपेन्द्र सिंह ने

मध्यप्रदेश शासन के परिवहन, विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने सागर संसदीय क्षेत्र स्थित अपने गृह ग्राम बामोरा के मतदान केन्द्र पर मतदान किया। इसके पश्चात उन्होंने खुरई सहित अन्य विधानसभा क्षेत्रों में जाकर मतदान केन्द्रों के आसपास स्टालों पर तैनात किए भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष श्रीमती सरोज सिंह ने भी बामोरा के मतदान केन्द्र पर अपना वोट डाला
 मंदिर में पूजा अर्जना के बाद वोट डाली गोविंद सिंह ने

लोकसभा चुनाव के महापर्व पर गुरूवार को 16 वीं लोकसभा के लिये हुये मतदान में सागर लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद सिंह ने अपने गृह ग्राम जेरई में मतदान किया। प्रातः उन्होनें पत्नी श्रीमति सविता सिंह के साथ सबसे पहले गांव के मंदिर जाकर पूजा अर्चना की। उसके बाद ग्राम जेरई के शासकीय स्कूल बनाये गये मतदान केन्द्र पहंुचकर अपनी वोट डाली। मतदान करने के तुरंत बाद कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद सिंह नरयावली, जरूआखेड़ा, खुरई होते हुये बीना पहंुचे रास्तें मे उन्होने पड़ने वाले सभी मतदान केन्द्रों मे चल रहा मतदान की जानकारी कांग्रेस के पोलिंग ऐजेण्टो और वरिष्ठ पदाधिकारियों से ली। कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद सिंह मतदान के दौरान पूरे दिन लगातार संसदीय क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में पहंुचकर मतदान की जानकारी लेते रहे। उन्होनें सिरोंज, शमशाबाद, कुरवाई आदि क्षेत्रों मे पहंुचकर मतदान केन्द्रों पर हो रहे मतदान की कांग्रेस कार्यकर्ताओं से जानकारी ली।





Monday, April 14, 2014

अनदेखी



विकसित हो रही हैं अवैध कालोनियाँ

मनोज शुक्ला 

सागर। शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण इलाकों में भी अवैध कालोनियाँ विकसित हो रही हैं। लेकिन जिला प्रशासन की अनदेखी की वजह से ऐसे लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। फल्स्वरूप जमीन- जायदा खरीदने वाले ठगे जा रहे हैं। हालांकि अवैध कालोनाइजर्स के खिलाफ 7वर्ष तक की सजा का प्रावधान है। फिर भी ऐसी विकसित प्रापर्टी की पटवारी से लेकर एसडीएम तहसीलदार टी-पी और नगर निगम तक लापरवाही बरत रहे हैं।

       हाल ही में रजाखेड़ी निवासी कपिल दुबे और राजूराज ने कलेक्टर सहित महानिरीक्षक पंजीयन को शिकायत भेजी है। इतना ही  नहीं टाउन एंड  प्लानिंग को जानकारी भेजी है। लेकिन कार्रवाई नहीं करना संरक्षण की ओर इशारा करती है। टाउन एंड  प्लानिंग ने अभी तक केवल पूरे जिले में 9 भूमि विकास नियमों के तहत अनुमतियाँ जारी की हैं। जबकि पूरे जिले में करीब-करीब 100 से अधिक कालोनियाँ विकसित हो रहीं हैं। इसके अलावा कालोनाइजर्स क्त के तहत बमुश्किल 10 से अधिक लाइसेन्सधारी नहीं हैं। इस तरह अवैध कालोनियों के जाल से सभी पक्ष अंजान बने बैठे हैं। इसका खामियाजा खरीददार भोग रहे हैं। राजस्व विभाग के कर्मी तो अपना सुविधा शुल्क लेकर दूर हो जाते हैं। बाद में ख़रीदारों को पग-पग पर पैसे लुटाना पड़ते हैं,तब कहीं जाकर प्रापर्टी बचा पते हैं। 

      इसी प्रकार प्रापर्टी के दलाल ख़रीदारों से मोटी रकम ऐंठकर प्रचलित गाइड लाइन के अनुसार रजिस्ट्री करा देते हैं। जिससे लाखों की प्रापर्टी कोड़ियों के दाम के रूप में हासिल होती है। एस नहीं है कि य केवल ख़रीदारों के घाटे का सौदा साबित होता है वरन स्टांप ड्यूटी की चोरी भी हो रही है। जिसके प्रति उप-पंजीयक लापरवाही बरत रहे हैं। वे वेचवार से पूंछ लेते है कि पैसे पूरे मिल गए लेकिन यह पूंछना भूल जाते है कि खरीदार ने कितनी रकम चुकाई है। दस्तावेज़ लेखक सहित बेचवार उल्टे-सीधे दाम वसूल लेते हैं। शिकायतों की सुनवाई नहीं होने से पावर ऑफ एटार्नी के सहारे बेचवार बेजा लाभ कमा रहे है। 

       इसी प्रकार ऐग्रीमेंट और नामांतरण की प्रक्रिया भी पूरी नहीं होती है। जबकि इनका भी पंजीयन करने का प्रावधान है। उप-पंजीयक ने ऐसे सवालों से किनारा कर लिया। दूसरी और टी-पी कर्मियों ने जानकारी के बाद भी कार्रवाई करने में रुचि नहीं दिखाई।  खासतौर से संजय ड्राइव से लेकर बालाजी तक,भोपाल रोड,राजमार्ग,तिली,आदि क्षेत्रों में जिला प्रशासन की नाक के नीचे यह सब हो रहा है। फिर भी वे बेखबर बने बैठे हैं।