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Thursday, November 8, 2012

विमोचन समारोह


बुंदेली दुनिया का  विमोचन समारोह

मरने-मिटने के तैयार रहे संपादक ऐसा होना चाहिए
 
सागर।    प्रभाष जोशी की  पहचान थी, वे संपादक के  तौर पर एव्यक्ति नहीं संस्था थे। उनके  जाने के  बाद पत्रकारिता में संपादकीय परंपरा के  गौरवशाली अतीत का  भी अवसान हो गया। उन्होंने ऐसे मापदंड स्थापित किए जो उन्हे महान संपादक की श्रेणी में लाते हैं। संपाद ऐसा होना चाहिए जो मूल्यों के  लिए मरने-मिटने को  तैयार रहे।  इं मीडिया स्कूल  ऑफ जर्नलिज्म में प्रभाष जोशी की  पुण्य तिथि और बुंदेली दुनिया के  विमोचन समारोह के  दौरान साहित्यकार रमेश दत्त दुबे ने यह बात ही। मुख्य वक्ता प्रो. सुरेश आचार्य  ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन डॉ. आशीष विवेदी  ने किया एवं आभार बुंदेली दुनिया के  संपाद संतोष गौतम ने माना। 

जल संसाधन मंत्री ने किये परिचय-पत्र वितरित 

सागर। मध्यप्रदेश के जल संसाधन मंत्री  जयंत कुमार मलैया ने दमोह के मानस भवन में आयोजित मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मण्डल के हिताधिकारी श्रमिकों को परिचय पत्र वितरित किये। इस अवसर पर दमोह नगर के बजरिया १ से ८ तक के ७९५ पंजीकृत हुए श्रमिकों को परिचय पत्र वितरित किये गये। गौरतलब है कि भवन एवं अन्य संनिर्माण में लगे श्रमिको को योजना में अधिक से अधिक श्रमिको का पंजीयन करने मंत्री श्री मलैया ने विभिन्न वार्डो में श्रम विभाग और नगर पालिका के तत्वाधान में बीते माह शिविर आयोजित कराकर श्रमिको से आवेदन लिए गये थे। प्राप्त आवेदनों के परीक्षण उपरांत पात्र श्रमिकों का पंजीयन किया गया। जिसके उपरांत परिचय पत्र तैयार किये गये है। इन तैयार परिचय पत्रों में से बजरिया १ से ८ तक के ७९५ श्रमिकों को आज परिचय-पत्र वितरण का कार्य शुरू किय गया है।
कार्यक्रम में दमोह नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष राकेश नायक, देव नारायण श्रीवास्तव, रमन खत्री, प्रहलाद भुटयानी, तुलाराम साहू, विवेक अग्रवाल आदि ने भी सहभागिता निभाई।

माला में लगाई विधायक और  कमिश्नर ने चौपाल

चर्चा में ग्रामवासियों ने बताई अपनी समस्याएं

सागर। बंगले से बाहर निकल फील्ड भ्रमण और इस दौरान किसी एक गांव में रात बिताने के मद्देनजर सागर संभाग कमिश्नर आर.के. माथुर ने एक  रात दमोह जिले की जबेरा जनपद की ग्राम पंचायत माला गांव में रात्रि विश्राम किया। इस मौके पर आयोजित रात्रिकालीन चौपाल में उन्होंने क्षेत्रीय विधायक दशरथ लोधी, कलेक्टर स्वतंत्र कुमार के साथ ग्रामीणों से सहजभाव से रू-ब-रू चर्चा कर ग्राम की बुनियादी जरूरतों, व्यक्तिगत समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीण जन का आव्हान किया कि मुख्यमंत्री की मंशा पूर्ति के खातिर सरकार ने समाज के उत्थान, विकास, सामाजिक समरसता की अनेको कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की है। आपके गांव आने और चौपाल लगाने का मकसद यही है कि आप सबको इन योजनाओं की जानकारी मिले।
  
बेटियों ने दिलाया सम्मान

बेटों पर नाज करने की सोच रखने वालों के लिए अब अपनी मानसिकता में बदलाव लाने की जरूरत है क्योंकि केवल बेटियों वाले गुमनाम परिवारों का अब सार्वजनिक तौर पर सम्मान होने लगा है। बेटियों की बदौलत ये परिवार सरकार के चहेते परिवार बन रहे है। इसका उदाहरण माला ग्राम में आयोजित चौपाल में देखने को मिला जब विधायक ङ्क्षसह कमिश्नर ने केवल एक बेटी पर परिवार नियोजन अपनाने वाले गांव के जागरूक युवा दम्पत्ति राजेन्द्र-गीता लोधी को शाल श्रीफल भेंटकर सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया। इसी तरह केवल दो बेटियों पर परिवार नियोजन अपनाने वाले भोला -आरती देवी को शाल श्रीफल से सम्मानित किया। कु. शिवानी, कु. आरती, भोला सिंह  की बेटियां है जो अब लखपति बनने की राह पर चल पड़ी है। इस अवसर पर कु. मोहनी और कु. मोनिका को भी लाड़ली लक्ष्मी योजना में लाभ देकर राष्ट्रीय बचत पत्र भेंट किये। इस दौरान कमिश्नर ने बड़े ही सहजभाव से ग्रामीण जन से वार्तालाप किया उसी के अनुरूप गांव वालों ने खुलेमन से कमिश्नर को अपने दुख दर्द बताये, जिनके निदान हेतु उन्होंने अपने मातहत अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिये। उन्होंने रात्रि ११ बजे के बाद तक ग्रामीणों से आवेदन लिए और उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने कहा कि हमारा यहां बैठना जब सार्थक होगा जब हम शासन की योजनाओं को आपको बता सके और आप लाभ ले सके। इस दौरान कमिश्नर ने किसानों को समझाइश कि यदि फसल का अधिक उत्पादन चाहते है तो कतार बोनी पद्धति को अपनाये छिड़का पद्धति से बोनी को त्यागे। इस अवसर पर ग्रामीणो ने चर्चा के दौरान कहा कि शिक्षक, प्राचार्य मुख्यालय पर नहीं रहते शाला देर से आते है ओर जल्दी चले जाते है कमिश्नर ने कहा कि अपने स्तर पर जांच कराकर उचित कार्यवाही करेगें। उन्होंने गांव में खाद-बीज का वितरण तत्काल कराने के निर्देश दिये। उन्होंने माला, में दो दिन के भीतर विद्युत केम्प आयोजित कर क्षेत्र के गांवो की विद्युत संबंधी समस्या निदान के सख्त निर्देश विद्युत अधिकारियों को दिये। इसी तरह बुन्देलखण्ड पैकेज के तहत निर्मित पेयजल योजनाओं का भौतिक सत्यापन कर इन्हें तत्काल चालू करने के निर्देश दिये। श्री अजुद्दी की जमीन का कब्जा हटवाने, डूमर ग्राम वन के वृक्षों की सुरक्षा, रीछई जलाशय की नहरो की मरम्मत कराने डूमर के श्री मुल्लू लाल, आशाराम रैकवार, महुआख़ेडा के श्री कैलाश को इन्दिरा आवास कुटीर पात्रता अनुसार स्वीकृत करने, सगरा में राशन मिट्टी तेल के सुचारू वितरण के निर्देश दिये। बम्हौरी के भारत सेन को मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना में पंजीयन करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। गौरतलब है कि ग्राम में ५३ कपिलधारा कूप निर्मित किये गये है इन सभी हितग्राहियों को पम्प भी प्रदाय किये जा चुके है।

असिंचित गेहूँ की खेती के लिये है उपयुक्त समय

सागर । मौसम में बदलाव की शुरूआत के साथ असिंचित एवं अर्ध सिंचित अवस्था में बोये जाने वाले गेहूँ की बोवाई के लिये अनुकूल परिस्थितियाँ निर्मित हो गई हैं। किसानों को खेतों में उपलब्ध नमी का लाभ लेकर असिंचित गेहूँ की बोवाई तत्काल शुरू कर देना चाहिये। खरीफ फसलों की कटाई के बाद तैयार खेतों में असिंचित गेहूँ की मुख्य किस्मों में से-एचआई 1551, एचआई 1500, एचआई 8627, एचडब्ल्यु-2004, जेडब्ल्यु 3020 तथा सुजाता आदि की बोवाई अभी की जा सकती है।
कृषि विभाग के अनुसार कठिया गेहूँ की किस्म एचडी 4672 (मालव रत्न) भी अल्प सिंचाई में अच्छा उत्पादन देने वाली किस्म है। बोनी से पूर्व वीटावेक्स अथवा कार्बेन्डाजीम दवा 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से मिलाकर बीजोपचार करना आवश्यक है। उपचारित बीज में एजेटोबैक्टर तथा पीएसबी की 5-5 ग्राम मात्रा मिलाने से प्राकृतिक रूप से नत्रजन और स्फुर पौधों को मिलता है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार कम सिंचाई में अच्छा उत्पादन देने के कारण गेहूँ की कठिया किस्में जैसे मालव श्री, मालव रत्न तथा मालव शक्ति का चयन भी किसान कर सकते हैं।

जेएनपीए में दिया व्याख्यान 
                         
इलेक्ट्रानिक साक्ष्य संकलन बताया आईजी ने

सागर।अपराधों को घटित करने में कम्प्यूटर तथा मोबाइल फोन के बढ़ते उपयोग तथा साइबर क्राईम की बढ़ती घटनाओं के प्रति पुलिस को तैयार करने के उद्देय से उनके मूल प्रिाक्षण पाठ्यक्रम में इस विषय को सम्मिलित किया गया है । विषय की गंभीरता तथा दुरूहता के कारण पुलिस अधिकारियों को इसके विोष प्रिाक्षण की आवयकता है । उसको ध्यान में रखते हुए जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी सागर में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम तथा इलेक्ट्रानिक साक्ष्य संकलन करना तथा न्यायालय में प्रस्तुत करना विषय पर पंकज श्रीवास्तव, पुलिस महानिरीक्षक, सागर जोन, सागर तथा भरत सोनी , निरीक्षक प्रभारी, जोनल सायबर सेल,सागर  ने पुलिस अकादमी के 11 प्रिाक्षु डी.एस.पी.तथा 312 उप निरीक्षक प्रिाक्षुओं को एक दिवसीय प्रिाक्षण दिया । प्रिाक्षुओं को इलेक्ट्रानिक साक्ष्य संकलन एवं न्यायालय में प्रस्तुतिकरण,मोबाइल एवं कम्प्यूटर जप्ती की प्रक्रिया तथा इस साक्ष्य को अपराधों का पता लगाने व न्यायालय में अपराध सिद्ध करने संबंधी जानकारी बड़े ही सरल तरीके से विधि अनुसार दी ।