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Wednesday, April 24, 2013

एस्सेल की खिलाफत



ये है हमारा शहर: भाजपा सांसद का दावा रद्द कराएंगे निजीकरण
कांग्रेस के विरोध में सौदे की मंशा
मनोज शुक्ला
बिजली कंपनी एस्सेल की खिलाफत सागर आने के बाद ही शुरू हो गई थी। जो धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है,पहले विदयुत मण्डल के कर्मचारी संघ ने विरोध दर्ज कराया फिर रोज-रोज की परेशानियों ने कांग्रेस को खिलाफत करने मजबूर कर दिया। हालांकि उपभोक्ताओं की आड़ लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष द्वय श्रीमति रेखा चौधरी और हीरा सिंह राजपूत अपना- अपना उल्लू सीध करने में जुटें है। रेखा ने महापौर का चुनाव लड़ा था। हारने बाद उन्होने निगम से मुंह फेर लिया,जबकि निगम आयुक्त सहित भाजपा शासित परिषद तमाम गड़बडिय़ाँ करने में लगे है। इसलिए लगता है कि विरोध का दर दिखाकर कंपनी से सौदा करने मंशा  कांग्रेसियों की है। वैसे कंपनी के ऊपर सरकार का आशीर्वाद है इसलिए इसका कोई असर होगा ये तो साफ है लेकिन चुनावी वर्ष में कांग्रेस को चंदा वसूली में यह विरोध मददगार साबित होगा। दूसरी ओर भाजपा भी विरोध से बौखला गई है,सांसद-विधायक पहले भी बीएमएस के विरोध में शामिल रहे है लेकिन अभी तक उन्ही सरकार कोई कदम नहीं उठाएँ है कि उपभोक्ताओं को राहत मिल सके।
सागर। वैसे बिजली कंपनी और उपभोक्ता सेवाओं के निजीकरण के बाद उपभोक्ताओं की समस्याएं बढ़ी हैं। एस्सेल कंपनी मनमानी कर रही है, इस पर रोक लगाना जरूरी है। सीएमडी से भी इस संबंध में चर्चा की थी। मैंने पहले भी निजीकरण का विरोध किया था। कंपनी शासन से हुए अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं कर रही है। गुंडागर्दी की तर्ज पर काम कर रही है। व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री व विभाग के सीमडी से मिलकर निजीकरण रद्द कराने के प्रयास करूंगा यह दावा सांसद भूपेंद्र सिंह ने किया है। पोद्दार कॉलोनी में एक मीटर पर बिजली चोरी का प्रकरण बनाते हुए कंपनी के कर्मचारी दोनों मीटर उखाड़ ले गए। पुराने मीटरों की अपेक्षा नए मीटर  दोगुनी खपत दर्शा रहे है। ऐसे आरोपों से कंपनी घिरी है। अभी भी 17 हजार मीटर बदले जाने का दावा कंपनी कर रही है। दूसरी ओर नए मीटरों की चाल देखकर जनता की धडक़नें बढ़ रही है।
         केईआई कंपनी ने सदर, वि_ल नगर, सुभाषनगर, बड़ा बाजार, धर्मश्री, तहसीली क्षेत्र में पूर्व से लगे मीटर उखाडक़र नए मीटर लगाए हैं। गोपालगंज क्षेत्र में फिलहाल कंपनी के ठेकेदारों द्वारा मीटर शिफ्टिंग का काम चल रहा है। इसके अलावा मोहन नगर, रविशंकर वार्ड, विवेकानंद वार्ड सहित अन्य क्षेत्रों में भी मीटर बदले गए हैं। काकागंज, केशवगंज, पंथनगर सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में एस्सेल कंपनी द्वारा शिकायतों के बाद मीटर बदले जा रहे हैं। इसके अलावा बिजली चोरी और मीटर से छेड़छाड़ वाले मामले में भी मीटर बदले जा रहे हैं। पिछले दिनों हजारों घरों में बिजली के पुराने मीटर बदलकर नए इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाए गए हैं।
           जिनके भी घरों में ये मीटर लगे हैं, उनके दिलों की धडक़ने मीटर की तेज चाल देखकर बढ़ रही हैं। सैकड़ों उपभोक्ताओं की एक ही शिकायत है कि मीटर दोगुनी स्पीड से चल रहे हैं। पंथनगर वार्ड में एस्सेल कंपनी के कर्मचारियों ने पुराना मीटर निकालकर नया मीटर लगाया था। नया मीटर तेज भाग रहा है। इसी प्रकार माता मढिय़ा , इतवारी टौरी क्षेत्र में अन्य उपभोक्ताओं के घरों में भी करीब दो महीने पहले मीटर बदले गए हैं। लोगों ने बताया कि वार्ड में नई केबल डालने और मीटर का काम कर रहे कर्मचारियों ने बगैर किसी शिकायत के मीटर बदल दिए, जबकि पुराने मीटर सही थ। नए मीटर दोगुनी और तिगुनी खपत बता रहे हैं 
पोस्टकार्ड अभियान चलाया
           निजी विद्युत कंपनी एस्सेल द्वारा उपभोक्ताओं के साथ की जा रही मनमानी के विरोध में कांग्रेस नेता विक्रम चौधरी के नेतृत्व में सदर झांसी बस स्टैंड व लालकुर्ती क्षेत्र में पोस्टकार्ड अभियान चलाया गया।  कार्यकर्ताओं ने लोगों को पोस्टकार्ड देकर एस्सेल द्वारा की जा मनमानी, गलत बिजली बिल व बिजली चोरी के मामले बनाए जा रहे झूठे प्रकरणों के खिलाफ मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखाए।
मनमानी
मकरोनिया शंकरगढ़ में 50 वर्षीय यशोदाबाई होल्कर के घर पर बिजली विभाग ने कार्रवाई करते हुए मीटर निकाल लिया। मोहन होल्कर ने आरोप लगाया कि बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने गलत रीडिंग और सर्विस लाइन कटी होने को आधार बनाते हुए बगैर पंचनामा बनाए मीटर उखाड़ ले गए है। परकोटा निवासी आदेश कुमार जैन ने नया व्यावसायिक कनेक्शन लिया था। मीटर से अभी तक घर में सप्लाई लाइन कनेक्शन ही नहीं जोड़ा गया। मीटर में रीडिंग अभी भी शून्य है। इसके बावजूद उन्हें करीब 12 हजार 700 रुपए का बिल भेज दिया गया।
राजा की धमकी पर पुलिस है चुप
           अजा वर्ग की एक महिला जो कांग्रेस की जिम्मेदार पदाधिकारी भी है। उसके साथ हुई बदसलूकी की आप रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रहे हैं। आप सरकारी दलाल की तरह काम कर रहे हैं। अगर रिपोर्ट लिखने को लेकर आपकी यही कार्यप्रणाली है तो मैं अभी आपकी इस कचहरी (सीएसपी कार्यालय) में आग लगाता हूं। देखता हूं, आप मेरा क्या कर लेते हैं। यह बात कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे राजा पटैरिया ने कोतवाली थाने में सीएसपी प्रमोद सोनकर से कही। वह इस मामले में पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं करने पर कोतवाली पहुंचे थे। सीएसपी श्री सोनकर और सिटी मजिस्ट्रेट अर्चना सोलंकी का कहना था कि रिपोर्ट लिखवाने के बजाए दोनों दल के कार्यकर्ता-पदाधिकारी दो दिन बाद एक साथ बैठ लें। इसके बाद भी विवा समाप्त नहीं होता है तो फिर हम नियमानुसार अगली कार्रवाई करेंगे।एसी कायर पुलिस जनता के किसी कम की नहीं है जो पक्ष-विपक्ष दोनों से डरती हो, यहीं नहीं सीएसपी का कथन नियम सम्मत है तो प्रत्येक  नागरिक को भाजपा- कांग्रेस की तरह आपस में सुलह समझौता का अवसर मिलना चाहिए।
           गौरतलब है कि अभाविप के संगठन मंत्री अरुण उपाध्याय कार्यकर्ताओं सहित कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी का पुतला जलाने के लिए जिला कांग्रेस कार्यालय के पास पहुंचे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इसकी भनक लगी तो वे उनसे पुतले छीनने लगे। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच कुछ मिनट तक झूमा-झटकी हुई। इसी बीच अभाविप कार्यकर्ताओं ने दोनों पुतलों को आग के हवाले कर दिया। यह देख कांग्रेसी भडक़ गए और पास में गन्ने का रस बेच रहे एक ठेले से गन्ने उठाकर अभाविप कार्यकर्ताओं को खदेडऩे लगे। अभाविप और कुछ भाजपा नेता भी गन्ने उठाकर उन्हें खदेडऩे लगे। इस दौरान अभाविप के संगठन मंत्री अरुण उपाध्याय को हाथ व पैर में चोटें आईं वहीं कांग्रेस की शहर अध्यक्ष रेखा चौधरी व पूर्व शहर अध्यक्ष ब्रजकिशोर रूसिया के सिर में भी चोट पहुंची।  पुतला दहन को लेकर कांग्रेस-भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर डंडे और गन्ने, चलाए, करीब 3 घंटे तक तीनबत्ती पर भारी उपद्रव चला कुछ समय के लिए पुलिस ने तीनबत्ती से कोतवाली की ओर जाने वाला रास्ता बंद किया। इसी बीच अभाविप कार्यकर्ता कोतवाली पहुंचे और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मारपीट और अभद्रता करने की लिखित शिकायत सीएसपी प्रमोद सोनकर को सौंपी। इसके बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता भी कोतवाली पहुंच गए और अभाविप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करने लगे।
कमिश्नर का दोहरा चरित्र
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में अगर लैब टेक्नीशियन के अलावा अन्य भर्तियों में गड़बड़ी हुई है तो उसकी भी जांच कराई जाएगी, लेकिन इसके लिए शिकायतकर्ता को अपनी आपत्ति के साथ गड़बड़ी से जुड़े ठोस दस्तावेज भी देना होंगे। यह बात बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की स्वशासी समिति के अध्यक्ष एवं कमिश्नर राजकुमार माथुर ने कही है। उनका कहना है कि मुमकिन है कि अन्य भर्तियों में भी नियमों को का उल्लंघन किया गया हो लेकिन इसके लिए ठोस शिकायत का आना जरूरी है। इसके अलावा एक आवेदक ने पुख्ता सबूत कमिश्नर को दिये हैं ,उसने सागर से लेकर भोपाल  तक एडी चोटी का ज़ोर लगा दिया है। यही नहीं मंत्रालय ने आदेश की प्रति देकर मेडिकल कालेज को सूचना देने निर्देश दिये हैं लेकिन कमिश्नर ने अभी तक कई बार मिलने पर भी आवेदक की समस्या सुलझने में रुचि नहीं ली है। सभी प्रकार की गड़बड़ी के आरोपों  में प्रशासकीय अधिकारी राजाराम सिंह रघुवंशी का हाथ है। लेकिन दीन का वरद हस्त उन पर है।
28 साल बाद चुनाव
श्री गुरुसिंघ सभा भगवानगंज के करीब 28 साल बाद हो रहेहै।  इस चुनाव को लेकर सभा के वर्तमान पदाधिकारियों ने तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव की तारीख 9 जून तय की गई है। इससे पहले 30 अप्रैल तक वोटर लिस्ट तैयार होगी। सभा के वर्तमान अध्यक्ष गुरजीत सिंह अहलूवालिया के मुताबिक इस माह के आखिर तक सभा के सामान्य सदस्य बनाए जाएंगे। यह सदस्यता केवल सिख समुदाय के 18 साल या उससे अधिक के व्यक्तियों को दी जाएगी। उनके लिए सागर का स्थाई निवासी होना भी जरूरी है। हालांकि वर्तमान अध्यक्ष लंबे  बे अरसे से विवादों में फंसे हैं। फार्म एंड  सोसायटी में पेश दस्तावेज़ और बैंक अकाउंट दस्तावेजों में भारी अंतर है। सागर में सिख समाज के करीब 150 से 200 परिवार भगवानगंज, सदर, भैंसा और मकरोनिया में निवासरत हैं।