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Monday, December 2, 2013

युवा उत्सव 2013



युवा उत्सव में रही रंगमंचीय प्रस्तुतियों की धूम

सागर। युवा उत्सव का दूसरा दिन रंगमंचीय प्रस्तुतियों के नाम रहा। एक से बढ़कर एक एकांकी, प्रहसन, मूक अभिनय और मिमिक्री ने दर्शकों को बहुत कुछ सोचने का मौका दिया। इनकी प्रस्तुतियों ने समाज में फैली विकृतियों, रूढ़िवादी परंपराओं के प्रति झकझोरने वाली कहानियों से कलाकारों ने दर्शकों की आंखे नम कर दी।

        खामोश अदालत एक वेबस महिला के आर्तनाद को कलाकारों ने जीवंत बना दिया। एक ओर किरदार कहती है कि मुझे शरीर से घृणा है, दूसरी ओर मेरे ही बच्चे के बीज को पिता चाहिए, प्रतिष्ठा चाहिए जैसे अंतरद्वंद में फंसी किरदार की मजबूरी दिखाई है। अभिनय, दृश्य संयोजन, कसावट भरा निर्देशन और मंच पर की गई प्रस्तुति सागर वि.वि. के कलाकारों की थी। इसी प्रकार टाइम्स कॉलेज दमोह ने बेटी है तो कल है का मार्मिक प्रस्तुतिकरण किया। जिसमें अंततः बेटे की चाह रखने वाली सास की आंखे खुल जाती है। हरदौल एकांकी का भी सराहनीय प्रदर्शन रहा। इसमें कलाईमेक्स में प्रस्तुत संवाद और अभिनय चरमोत्कर्ष पर रहा। इसके अलावा लोलिता उपन्यास की कहानी की नाथिका के इर्दगिर्द बुना एकांकी काफी मार्मिक रहा। बाकी है इतिहास के तहत एक्सीलेंस कॉलेज ने वास्तव में उत्कृष्ट प्रस्तुति देकर बरबस ही दर्शकों को झकझोर कर आंखों में आंसू ला दिए।

        अंतर जिला युवा उत्सव में पोस्टर निर्माण, व्यंग चित्रण, रांगोली, कोलाज, क्ले माडलिंग, वाद-विवाद, वकतृता आदि में विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। वाद-विवाद और वक्तृता के माध्यम से विकास और सोशल मीडिया पर प्रतिभागियों ने अपने विचार रखे। रंगोली, कोलाज, कार्टून जैसे विधाओं के द्वारा प्रतिभागी कलाकारों ने अपने दृष्टिकोणों से परिचित कराया। क्ले माडलिंग स्पर्धा में एक्सीलेंस कॉलेज की नृत्य करती कलाकृति को खूबसूरती से ओशियान पटेल ने उकेरी। टीकमगढ़, दमोह के प्रतिभागियों ने पेंटर और गौतम बुद्ध की आकृतियों की सजीवता प्रदान की। 

भविष्य की राहें बनाने में सहायक 

        सांस्कृतिक संयोजक डॉ. राकेश सोनी ने बताया कि दो दिवसीय आयोजन में प्रतिभागियों ने अपना सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। आज के ऐसे होनहार विद्यार्थी निश्चित ही देश-विदेश में सराहे जाएंगे। दूसरे दिन 12 विधाओ में प्रतिभागियों ने हिस्स लिया। वि.वि. स्तर का युवा उत्सव वास्तव में भविष्य की राहें बनाने में सहायक हो, ऐसी शुभकामनाऐं भी उन्होंने की।