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Saturday, December 21, 2013

बुविपै के कार्यो की समीक्षा




कूपों पर अब तक 60 करोड

44 लाख रूपये राषि व्यय
सागर । भारत सरकार के योजना आयोग की दो सदस्यीय क्विक इम्पेक्ट असिस्मेंट स्टडी टीम ने बुन्देलखंड विषेष पैकेज अंतर्गत कराये गये कार्यो की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की ।   संभागायुक्त ने बैठक में बताया कि बुन्देलखंड पैकेज के अंतर्गत सभी 6 जिलो में कुल 352 स्टापडेम स्वीकृत किये गये थे, जिनमें से 218 पूर्ण हो चुके है तथा 23 विभिन्न कारणों से निरस्त हो गये है । शेष स्टापडेम निर्माण का कार्य प्रगति पर है। इसी प्रकार 41600 कपिलधारा कूपों के लक्ष्य के विरूद्ध जिलों द्वारा 52866 कूप स्वीकृत किये गये, जिनमें से 36826 कूप पूर्ण हो चुके है तथा 31058 पम्प वितरित किये जा चुके है । स्वीकृत कूपों में से 12498 प्रगति पर है । पूर्ण एवं प्रगतिरत कूपों पर अब तक 60 करोड 44 लाख रूपये राषि व्यय हो चुकी है ।    जल संसाधन विभाग के कार्यो की समीक्षा में बताया गया कि विभाग के अंतर्गत कुल 230 योजनाये स्वीकृत की गई है । इनमें से कमांड क्षेत्र का विकास एक, बरियारपुर नहर वृहद परियोजना एक, सिंहपुर बैराज मध्यम परियोजना एक, निर्माणाधीन लघु सिंचाई योजना 49, सुधार, सुदृणीकरण, पुनरूद्धार के कार्य 78, नहर क्षमता की पुनः प्राप्ति तीन तथा नवीन लघु सिंचाई योजनाएं 97 शामिल है ।
इन योजनाओं के लिये स्वीकृत 915 करोड़ 77 लाख रूपये राषि में से अब तक 765 करोड़ 71 लाख रूपये व्यय किये जा चुके है । मुर्रा सांड़ प्रदाय योजनांतर्गत कुल 2403 इकाई स्वीकृत की गई है, जिनमें से 1723 इकाई प्रदाय की जा चुकी है । इन पर चार करोड़ 52 लाख रूपये राषि व्यय हुई है । इसी प्रकार बकरी इकाई प्रदाय योजनांतर्गत स्वीकृत हितग्राहियों की संख्या 5296 है । इनमें से 3421 हितग्राहियों को बकरी इकाई का प्रदाय कर दिया गया है । इन पर 17 करोड़ 55 लाख रूपये राषि व्यय हुई है । बैठक में बताया गया कि फॉडर बैंक गोडाउन की स्थापना के अंतर्गत रतोना जिला सागर, मिनोरा जिला टीकमगढ़ तथा पवई जिला पन्ना में कार्य पूर्ण हो चुका है । इसके अलावा बकरी प्रक्षेत्र शेडों का भी निर्माण कराया गया है ।दुग्ध विकास की समीक्षा में बताया गया कि बुन्देलखंड पेकेज के जिलों में प्रतिदिन 28516 किलोग्राम दुग्ध का संकलन हो रहा है । कमिष्नर श्री माथुर ने डेयरी फेडरेषन के अधिकारियों को निर्देष दिये कि पशु पालकों को समय पर उचित भुगतान करें, ताकि पशु पालको को कठिनाई न हो और दुग्ध का उत्पादन बढ़ाया जा सके । इसके अलावा अधिक मिल्क रूट बनाये जायें । उन्होंने भारत सरकार से इस कार्य के लिये और अधिक राषि उपलब्ध कराने की अपेक्षा की । बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, कृषि, मण्डी बोर्ड तथा वन विभाग के कार्यो की भी समीक्षा की गई । समीक्षा बैठक में संभागायुक्त नाबार्ड कन्सल्टेंसी सर्विसेज के प्रिंसिपल रिसर्च एण्ड टीम लीडर कन्सल्टेंट जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वन विभाग, कृषि विभाग, जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, डेयरी, मण्डी बोर्ड, उद्यानिकी, पशुपालन तथा अन्य संबंधित विभागों के संभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे ।

महापौर उप निर्वाचन



समूचे सागर शहर में आचरण संहिता
का पालन कराना अनिवार्य 
सागर । म0प्र0 राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त आर.परशुराम ने सागर में महापौर पद के
उप निर्वाचन और आगामी स्थानीय निकायों के आम चुनाव एवं पंचायत निर्वाचन के संबंध में बैठक लेकर संबंधित अधिकारियों को आवष्यक दिषा निर्देष दिये । स्थानीय सरकिट हाउस में संपन्न बैठक में आयुक्त परषुराम ने कहा कि सागर नगर पालिक निगम के महापौर पद के उप निर्वाचन के दौरान आदर्ष आचरण संहिता पालन सुनिश्चित  कराया जाये । आदर्ष आचरण संहिता का पालन नगरीय निकाय सीमा के साथ नगरीय सीमा से लगे क्षेत्र में भी सुनिश्चित हो, इस हेतु समूचे सागर शहर में इसका पालन कराना अनिवार्य होगा ।
        उन्होंने  कहा कि मतदाताओं की लगातार संख्या बढ़ने से अब ईवीएम मशीनो से चुनाव कराने की आवशकता  होगी । इसी क्रम में नवंबर 2014 माह में होने वाले नगरीय निकायो के आम चुनाव ईवीएम मशीन से कराने की रणनीति तय हो गई है । इसी तरह आगामी त्रिस्तरीय पंचायत के चुनाव में केवल पंच पद के चुनाव बैलेट पेपर से होगे, इसके ऊपर जनपद सदस्य व जिला पंचायत सदस्य पदो के चुनाव ई.व्ही.एम. मषीनो से संपन्न होगे । इसी क्रम में आपने स्थानीय कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को पूर्व से तैयारियां कराने के निर्देश  दिये ।संभाग के आयुक्त ने सागर महापौर निर्वाचन के लिये मतगणना स्थल इंजीनियरिंग कालेज में ही नियत करने का सुझाव दिया । साथ ही स्ट्रांग रूम की स्थापना व सुरक्षा व्यवस्था सुनिष्चित कराने की आवष्यकता व्यक्त की ।कलेक्टर ने बताया कि इस निर्वाचन हेतु रिटर्निग व सहायक रिटर्निग की नियुक्तियां हो गई है । नाम निर्देषन पत्र जमा करने की प्रक्रिया प्रारंभ है । नगरीय निकाय क्षेत्र में 236 मतदान केन्द्र स्थापित है । इस निर्वाचन में कुल एक लाख 97 हजार 233 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे । मतदान दलों का गठन किया जा रहा है, मतदान दलो में नगर निगम क्षेत्र के बाहर के कर्मियों को तैनात किया जा रहा है । 50 मतदान केन्द्र संवदेनशील चिन्हित है जिन पर विषेष सुरक्षा रखी जायेगी । जोनल व सेक्टर स्थापित हो गये है उनके प्रभारी अधिकारी की नियुक्ति हो रही है । मतदान सामग्री वितरण स्थल व सामग्री प्राप्त करने का स्थल चयनित हो गया है । निर्वाचन व्यय के संधारण हेतु दल गठित हो गये है । निर्वाचन संबंधी उत्तरदायित्वों को पूरा कराने अधिकारियों को जिम्मेदारी सौपी गई है और उन्हें आवष्यक दिषा निर्देश  जारी किये गये है । कलेक्टर ने त्रिस्तरीय पंचायतों में 31 दिसंबर 2013 की स्थिति में जानकारी देते हुए बताया कि जनपद सदस्य के दो पद, सरपंच के दो पद और पंचों के 23 पद रिक्त होगे ।
मतदान में रुचि लें मतदाता:आर परशुराम 
सागर। लोकतन्त्र को जागरूक मतदाता सशक्त बनाने में कारगर साबित होगा। इसक्के लिए जरूरी है कि चुनाव आयोग के साथ ही हम सब मिलकर एस माहौल निर्मित करें। जिससे मतदाता मतदान  में रुचि लें। ये विचार म प्र राज्य निर्वाचन आयुक्त आर परशुराम ने पत्रकारों से कही। वे सागर में महापौर उप चुनाव की समीक्षा बैठक लेने आए थे। स्थानीय सर्किट हाउस में उन्होने कहा कि आगामी नगरीय निकाय चुनाव नवंबर 2014 में इवीएम से से कराएं जाएगे। साथ ही इन चुनावों में उम्मीदवारों के चुनाव खर्च में वृद्धि भी प्रस्तावित है। फर्जी मतदान को रोकने कि दिशा में आयोग सजग है,इसके अलावा मतदाता सूची से हटाये गए नामों की जानकारी सहित उनके नाम शिफ्ट करने की सूचना मतदाताओं को दी जाएगी।

सफाई



निगम ने की सफाई
सागर।  विचार संस्था के सदस्यो ने राहतगढ स्टेण्ड, भगतसिंह वार्ड में जनता से मुलाकात व शिकायतो की सुनवाई की। आन्दोलन की चेतावनी के बाद नगर निगम के सफाई अमले ने सफाई की और कचरा उठाकर ले गये। उल्लेखनीय  है कि शहर विकास के लिये जागरूकता अभियान के अन्तर्गत विचार संस्था के सदस्यनगर के किसी एक स्थान पर जाकर जनसम्पर्क करते है। इस अवसर पर कपिल मलैया,  महेन्द्र मिश्रा, सहित स्थानीय निवासी आदि मौजूद थे।




निरीक्षण



मोंगा का निरीक्षण

सागर। विधायक शैलेन्द्र जैन ने काकागंज में निमार्णाधीन मोंगा बंधन का निरीक्षण किया।उन्होने विभागीय अधिकारियों एवं ठेकेदार को सख्त निर्देष देते हुए, तय समय सीमा मंे कार्य पूर्ण करने के निर्देष दिए। उल्लेखनीय हैं कि इस योजनंार्गत लगभग 1.5 किमीण् लम्बी रिंग बाल  एवं मोंगा नाला का निर्माण किया जाना ह,ैं जिसकी लागत लगभग 5.5 करोड हैं। इसके अंतर्गत अनेक स्थानों पर घाटांे का निर्माण प्रसावित हैं।