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Sunday, February 10, 2013


सर्दी-खांसी बुखार होने पर तुरन्त दिखाएं डाक्टर को
सागर।  देष के अन्य प्रान्तो में स्वाइन फ्लू के मामले उजागर होने के मद्देनजर राज्य सरकार मध्यप्रदेष में हाई अलर्ट जारी कर स्वास्थ्य अधिकारियों को सावधान रहने के निर्देष दिये है । इसी क्रम में आज सागर में अपर कलेक्टर  पी.एस.जाटव की अध्यक्षता में चिकित्सा अधिकारियो की बैठक सम्पन्न हुई । जिसमें स्वाइन फ्लू की संभावना को देखते हुए विभिन्न क्षेणी के मरीजों का उपचार कैसे किया जाये इस संबंध में चिकित्सकों को परामर्ष दिये गये । स्थानीय सिविल सर्जन कार्यालय में मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.अजय बडोन्या, आई.एम.ए.और प्रायवेट डाक्टर्स एसोषियेषन के सदस्यों एवं विभिन्न चिकित्साधिकारियों की मौजूदगी में शनिवार को सम्पन्न स्वाइन फ्लू की सावधानी संबंधी बैठक में चिकित्सा विषेषज्ञ डा.अभिताभ जैन ने आवष्यक सुझाव चिकित्सकों को दिये । उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू के इलाज के लिये मरीजों को तीन श्रेणी में चिन्हांकित कर लें इसके बाद उन्हें उपचार देंवे ।
      वे मरीज जिन्हें साधारण सर्दी, खांसी व थोड़ा बुखार हो । इसमें चिन्ता की कोई बात नहीं इन्हें दवायें देकर आराम की सलाह दें । अधिक बुखार, प्रिगनेंट मदर, डायाविटीज, हाईडिसीज, पांच वर्ष से कम और 75 वर्ष से अधिक आयु के मरीजो को अस्पताल में देखें, इलाज दें और घर पर आराम करने की सलाह दें । उन मरीजों जिनको स्वांस लेने में ज्यादा तकलीफ हो, रक्त चाप कम हो, निमोनिया के लक्ष्ण दिखे उन्हें अस्पताल में भर्ती कर पूर्ण आराम कराये ।
बचाव के लिए  परामर्श
      बैठक में तय किया गया कि हर स्तर से आमजनों को स्वाइन फ्लू से बचने के लिए  नियमित हाथ धोये,भीडभाड़ वाले इलाको से दूर रहें सर्दी खांसी होने पर तुरन्त चेकअप करायें, -भयभीत न हो, उपचार करायें आदि उपाय बताये जाये ।
फनकार बिखेरेगे अपनी कला के रंग
सागर।  सागर में 15 फरवरी से होने वाले चार दिवसीय सागर महोत्सव में स्थानीय कलाकारों के अतिरिक्त दिल्ली, मुम्बई और इन्दौर के गायक कलाकारों की रंगारंग प्रस्तुतियां का आनंद भी दर्षाको और श्रोताओं को मिलेगा । स्थानीय खेल परिसर के बाजू वाले मैदान में 14 फरवरी से राज्य ममत्व मेला और 15 फरवरी से सागर महोत्सव का शुभारंभ होने जा रहा है । इस मैदान में ममत्व मेला दिन भर चलेगा जिसमें महिला सषक्तिकरण के लिये विभिन्न गतिविधियां सम्पादित होगी ।
       इसके बाद प्रतिदिन 15 फरवरी से शाम 7 बजे से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रदर्षन हेतु सागर महोत्सव के आयोजन सम्पन्न होगे । इस आयोजन में हर दिन जहां स्थानीय कलाकारो की प्रस्तुतियां होगी इसके साथ ही देष के प्रख्यात गायकों की गायकी भी सुनने मिलेगी । सागर महोत्सव के पहले दिन इंदौर के सावरी ब्रदर्स की कब्वाली, दूसरे दिन मुम्बई की सुजाता त्रिवेदी-अल्तमाष फरीदी व राजेष बुखुरे के सुगम संगीत और गीतों का आनंद दर्षकों व श्रोताओं को मिलेगा । तीसरे दिन 17 फरवरी भजन संध्या को समर्पित है जिसमें दिल्ली के प्रख्यात भजन गायक कुमार विषु प्रस्तुतियां देगे । सागर महोत्सव के अंतिम दिवस 18 फरवरी को मुम्बई के सुप्रसिद्व पार्ष्व गायक श्री नितिन मुकेष की मधुर आवाज के गीतों का आनंद लोगो को प्राप्त होगा ।
लोकरंगो का आनंद
सागर महोत्सव के चार दिवसीय आयोजन में प्रतिदिन लोकरंग पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी जायेगी । जिनमें स्थानीय लोकरंग कलाकार दलो के साथ पं.बंगाल के सास्कृतिक दल द्वारा छाऊ नृत्य की प्रस्तुति होगी । लोकरंग प्रस्तुतिया के क्रम में 15 फरवरी को कु.शालिनी तिवारी के समूह के कलाकारों द्वारा नौरता नृत्य की प्रस्तुति, 16 फरवरी को गगनराज्य का तबला वादन, 17 फरवरी को श्यामा पंडित ग्रुप के कलाकारों द्वारा बधाई नृत्य की प्रस्तुति और इसके बाद पुरूलिया पष्चिम बंगाल के तारापद रजक के सांस्कृतिक दल द्वारा छाऊ नृत्य की प्रस्तुति तथा 18 फरवरी को आदित्य नामदेव ग्रुप के कलाकारो द्वारा बरेदी नृत्य और ऋषि विष्वकर्मा द्वारा फिल्मी, सूफी लोक गायक की मनोरम प्रस्तुतियां प्रदर्षित की जायेगी ।

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