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Thursday, January 3, 2013

आंदोलन


रेल रोको आंदोलन 11 को 

सांसद ने भेजा रेलमंत्री को मांगपत्र

सागर।  सांसद भूपेन्द्र ङ्क्षसह ने रेलमंत्री को प्रेषित पत्र में सूचित किया है कि सागर संसदीय क्षेत्र में रेल सुविधाओं की मांग को लेकर 11 जनवरी 2013 को सागर में रेल रोको आंदोलन किया जाएगा।

रेलमंत्री को प्रेषित पत्र में सांसद भूपेन्द्र सिंह ने लिखा है कि सागर संसदीय क्षेत्र सहित बुंदेलखण्ड में रेल सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं। जिससे अन्य क्षेत्रों की तुलना में बुंदेलखण्ड आज भी पिछड़ा हुआ है। व्यक्तिगत चर्चा, लोकसभा और पत्रों में माध्यम से विगत चार वर्षों से रेल सुविधाओं की मांग की जा रही है। इसके बाद भी अभी तक अधिकांश महत्वपूर्ण मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई है। बुंदेलखण्ड और सागर संसदीय क्षेत्र की घोर उपेक्षा के विरोध में क्षेत्र के नागरिकों द्वारा 11 जनवरी 2013 को सागर में रेल रोको आंदोलन किया जा रहा है। रेलमंत्री को प्रेषित मांग-पत्र में सांसद ने अपेक्षा की है कि मांगों को आगामी रेल बजट में शामिल कर लिया जावे। अन्यथा बजट उपरांत अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन किया जावेगा।

सांसद श्री सिंह ने मांग-पत्र में गोंडवाना एक्सप्रेस को फुल रेक कर व्हाया बीना से ही चलाने, दुर्ग-जम्मूतवी तथा जबलपुर-जम्मूतवी ट्रेन को सप्ताह में कम से कम 3 दिन चलाने, अजमेर-भागलपुर ट्रेन का सागर में स्टापेज करने, इंदौर से पटना तथा अहमदाबाद से पटना समर स्पेशल ट्रेनों को नियमित करने, व्हाया नरसिंहपुर होकर सप्ताह में तीन दिन चल रही जबलपुर-मुंबई गरीब रथ ट्रेन को शेष चार दिन व्हाया सागर से चलाने, छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति का सागर में परमानेंट स्टापेज करने, सप्ताह में एक दिन चल रही भोपाल-प्रतापगढ़ गरीब रथ तथा भोपाल-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस को व्हाया सागर से चलाने, सागर से बीना तथा बीना से भोपाल के बीच लोकल ट्रेन चलाने, विंध्याचल ट्रेन तथा राजरानी एक्सप्रेस को हबीबगंज स्टेशन तक बढ़ाने, भोपाल-बीना पैसेंजर को सागर तक बढ़ाने, क्षिप्रा एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाने, जयपुर-चौन्नई ट्रेन को सप्ताह में दो दिन व्हाया सागर से चलाने, पटना-पूना एक्सप्रेस को शेष 3 दिन व्हाया सागर से चलाने, सागर संभागीय मुख्यालय में डीआरएम कार्यालय प्रारंभ करने, सागर स्टेशन पर तीन नंबर प्लेटफार्म का निर्माण त्वरित गति से कराने तथा नई रेल लाईनों के लिए घोषित सर्वे का कार्य शीघ्र शुरू कराने की मांग की है। इसके साथ ही मकरोनिया, सुमरेरी, रतौना, नरयावली, ईशुरवारा, जरूवाखेड़ा, खुरई, बीना, मालखेड़ी, मंडी बामोरा में ओव्हर ब्रिज, भवन विस्तार, प्रतीक्षालय, शौचालय, शेड निर्माण, स्थाई केन्टीन, पीसीओ, पेयजल, स्ट्रीट लाइट, पुलिस व्यवस्था, वाहन पार्किंग, एप्रोच मार्ग निर्माण, माल गोदाम का स्थानांतरण फुट ओव्हर ब्रिज, प्लेटफॉर्म निर्माण, ट्रेनों के स्टापेज किए जाने की मांग की गई है।                                                                

एसवीएन विष्वविद्यालय का

कम्पनियों से एम.ओ.यू.

सागर।यूरोप के 06 देशों की यात्रा से वापस लोटे स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर के कुलपति डॉ. अनिल तिवारी का स्वदेश स्वागत किया गया,। स्वागत कार्यक्रम में कुलपति डॉ. अनिल तिवारी ने बताया कि अलवीनिया सरकार के साथ शिक्षा के क्षेत्र में संयुक्त उपक्रम स्थापित करने हेतु प्रधानमंत्री के सलाहकार के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय में बैठक हुई,। साथ ही साथ अलवीनियिा सरकार के केबिनेट शिक्षा मंत्री के साथ भी बैठक हुई, जिसमें अलवीनिया सरकार की ओर से एसवीएन गु्रप के प्रति वचन बद्धता रखते हुये संयुक्त उप्रकम स्थापित करने हेतु आमंत्रण दिया गया। वहीं यूरोप के नामचीनी विश्वविद्यालय के साथ एसवीएन विश्वविद्यालय के छात्रों को स्टूडेन्ट्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम के तहत विदेश में इन्टर्नशिप का एम.यो.यू. हुआ,।

एसवीएन के स्थापना दिवस

पर खेलकूद प्रतियोगिता

सागर।स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय स्थापना दिवस के साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसी उपलक्ष्य में खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गयी। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति डॉ. अनिल तिवारी ने किया।, कुलाधिपति डॉ. अजय तिवारी ने  विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों के परिचय के बाद प्रतियोगिता प्रांरभ करायी। पहले चरण में वालीवॉल स्पर्धा का आयोजन किया,जिसमें विश्वविद्यालय की 08 टीमों ने भाग लिया। अगले चरण में बेडमिंटन, खो-खो, कबड्डी, शतरंज, विभिन्न खेलकूद स्पर्धाओं का आयोजन किया जायेगा। कुलपति डॉ. तिवारी ने अपने उदबोधन में छात्र जीवन में खेलकूद की उपयोगिता बतायी। उन्होंने विश्वविद्यालय में अच्छे खिलाड़ियों के लिये राष्ट्रीय एंव अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करने के लिये छात्रों को हर संभव मदद की घोषणा की। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय परिवार के सभी शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र/छात्रायें बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

स्थापना दिवस मनाया

सागर।बुंदेलखण्ड के प्रथम निजी स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर का प्रथम स्थापना दिवस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया।, कार्यक्रम का शुभारंभ द्वीप प्रज्जवलन एवं विश्वविद्यालय के कुलध्वजारोहण के साथ हुआ।, मुख्य अतिथि प्रो. अखिलेश पाण्डेय, अध्यक्ष म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, अध्यक्ष डॉ. अजय तिवारी, कुलाधिपति स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर, कुलपति डॉ. अनिल तिवारी, विशिष्ट अतिथि डॉ. राजेश शुक्ला, प्रो. जी.एल.दुबे प्राचार्य शासकीय कालेज, शिवदर्शन प्रसाद तिवारी,अशोक तिवारी थे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. तिवारी ने विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जिसमें छात्रों को गुणवत्ता पूर्ण अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा उपलब्ध कराने की आगामी योजना प्रस्तुत की।
मुख्य अतिथि प्रो. अखिलेश पाण्डे ने कहा कि विश्वविद्यालय से डिग्री के साथ सुसंस्कार लेकर निकलें, जिससे उनके विचार शुद्ध हों और वह कार्य के प्रति ईमानदार हों। जिससे पूरे विश्व में वह गर्व से अपनी संस्था का नाम ले सकें। अध्यक्षीय वक्तव्य में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. अजय तिवारी ने गुरू महिमा एवं गायत्री मंत्र से शुरूआत कर कहा कि विश्वविद्यालय केवल एक व्यक्ति से नही चल सकता, इसमें शिक्षा के उन तपस्वियों के तप, ज्ञानियों के ज्ञान, योगियों के योग की आवश्यकता है, जो शिक्षकों के रूप में विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं। उन्होंने विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय बनाने के लिये कठोर परिश्रम की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, साथ ही नैतिक मूल्य एवं संस्कार की आवश्यकता  पर जोर डाला। डॉ. राजेश शुक्ला, सदस्य संचालन समिति ने कहा कि विश्वविद्यालय में अब आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में भी पाठ्यक्रम प्रारंभ किये जायेंग।, विशिष्ट अतिथि प्रो. जी.एल. दुबे,अशोक तिवारी ने भी संबोधित किया।

 कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र/छात्रों ने कई प्रकार के रंगांरग कार्यक्रम प्रस्तुत किये, जिसमे बधाई नृत्य, बुन्देली गीत, वृक्ष बचाव पर्यावरण बचाओ थीम पर एग्रीकल्चर साइंस के छात्रों द्वारा नाटक शामिल थे। इस अवसर पर डॉ. वाई.पी.सिंह प्राचार्य पालीटेक्निक सागर, नगर के कई गणमान्य व्यक्ति, स्वामी विवेकानंद परिवार से डॉ बी.व्ही.तिवारी, डॉ. प्रमेश गौतम, डॉ. मनीष मिश्रा,  डॉ. पंकज चतुर्वेदी, डॉ. ममता सिंह, डॉ. अपर्णा तिवारी, डॉ. सुनीता दीक्षित,एवं बड़ी संख्या में छात्र/छात्रायें उपस्थित थे। संचालन आशुतोष शर्मा एवं दिव्या सोनी ने किया।


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