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Thursday, September 19, 2013

स्वागत



फांसी की सजा का
स्वागत

नई दिल्ली। दामिनी के साथ दिनांक 16.12.2012 को किये गये सामूहिक बलात्कार सहित निर्भया की हत्या के दोषी चारों दरिन्दों को न्यायालय द्वारा आई.पी.सी. आदि के विभिन्न धाराओं व उपधाराओं के अन्तर्गत दिये गये फांसी की सजा का स्वागत करते हुये (बलात्कार पीड़िता सहायतार्थ महासंघ के अध्यक्ष) स्वामी ओम जी ने साकेत न्यायालय परिसर के बाहर पत्रकारों को व जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुये मुस्लिमवादी केन्द्रीय यू.पी.ए. सरकार से मांग की है कि उन छः दरिन्दों में से सबसे अधिक क्रूर व खूंखार दरिन्दा एवं दामिनी की नृशंस हत्या का असली जिम्मेदार तथाकथित नाबालिग मुसलमान किशोर (जिसका नकली हिन्दू नाम पुलिस ने रखा हुआ है) को भी संविधान संशोधन के जरिये फांसी पर लटकाया जाये तभी दामिनी की आत्मा को शान्ति मिलेगी वर्ना निर्भया की आत्मा न्याय के लिये भटकती हुई इस मुस्लिमवादी यू.पी.ए. व कांग्रेस को आगामी चुनावों में सत्ताविहीन करा देगी।
          स्मरणीय है कि ‘‘ओमजी हिन्दू राष्ट्र निर्माण महासंघ‘‘ आदि अनेकों वैश्विक संस्थाओं के संस्थापक व अध्यक्ष स्वामी ओमजी ने पिछले वर्ष दिनांक 16.12.2012 को ओमजी की मानस धर्मपुत्री व हिन्दू बेटी दामिनी के साथ किये गये उपरोक्त सामूहिक बलात्कार के बाद बाल-न्यायालय से लेकर उच्चतम न्यायालय तक तथा सफदरजंग अस्पताल से लेकर जस्टिस वर्मा आयोग सहित संसद व राष्ट्रपति तक सर्वत्र दिनांक 17.12.2012 से लेकर दामिनी की मृत्युपर्यन्त खुद व अन्य वकीलों, डाक्टरों व उच्चाधिकारियों के माध्यम से सबसे गुहार लगायी थी कि स्वामी ओमजी के किडनी सहित सभी अत्यावश्यक व संवेदनशील अंगों व प्रत्यंगों को ओमजी के शरीर से निकालकर दामिनी के संक्रमित हो चुके अंगों के बदले में ओमजी के अंगों को प्रत्यारोपित करके दामिनी का जीवन जनहित में बचा लें और दामिनी के ईलाज हेतु उसको अमेरिका ले जाने के लिये चार्टर्ड प्लेन सहित अमेरिकन हॉस्पीटल में होने वाले सभी खर्च के रूपयों को डॉलर के रूप में कन्वर्ट करके भारत व अमेरिका के सभी सम्बद्ध विभागों के सभी सम्बद्ध उच्चतम अधिकारियों के पास एडवान्स में ही स्वामी ओमजी रुपये जमा कराने हेतु तैयार थे लेकिन सभी सम्बद्ध लोगों ने स्वामी ओमजी को उपरोक्त पुण्यकर्म करने से रोक दिया जिसके परिणामस्वरूप दामिनी की मृत्यु हो गयी और उस तथाकथित क्रूर नाबालिग व खूंखार मुसलमान किशोर को तीन वर्षीय स्वर्गमय सभी सुविधाओं का ईनाम मिल गया।

          उल्लेखनीय है कि दिसम्बर 2012 में सफदरजंग अस्पताल के आई.सी.यू. में से ऑपरेशन थियेटर में जब स्ट्रेचर पर हास्पिटल स्टाफ दामिनी को लेकर को जा रहे थे तब निर्भया ने ओमजी को बताया था कि उस मुसलमान नाबालिग को जब तक फांसी नहीं मिलेगा तब तक दामिनी की आत्मा को शान्ति नहीं मिलेगी और तभी ओमजी ने उस अस्पताल के बाहर मौजूद मीडिया सहित जनसमुदाय को कहा था कि मुस्लिम तुष्टीकरण के तहत पांचों हिन्दुओं को तो फांसी दे दी जायेगी लेकिन उस क्रूर नाबालिग मुसलमान को तीन साल का सुधारात्मक स्वर्ग मिल जायेगा और यही उपरोक्त बातें आज न्यायालय मंे निर्भया के माता पिता ने उपस्थित वकील सहित ओमजी को भी दुहराया और उपरोक्त प्रकारेण दिसम्बर 2012 में ओमजी द्वारा किये गये सभी भविष्यवाणियां अब तक साबित हो चुकी हैं इसीलिये स्वामी ओम जी ने सभी दलों के दोनों सदनों के सांसदों सहित तथाकथित हितैषी सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति सहित सभी सम्बद्ध लोगों से अपील की है कि अगले शीतकालीन सत्र से पहले अध्यादेश लाकर संविधान में संशोधन के जरिये उस क्रूर नाबालिग व खूंखार मुसलमान किशोर को फांसी पर लटका दें वर्ना जनसमुदाय को न्याय से विश्वास उठ जायेगा जिसके परिणामस्वरूप आगामी चुनाव में दामिनी के श्राप से तथा ओमजी के कोप से सभी मतदातागण मिलकर कांग्रेस को सत्ताविहीन करा देंगे। 

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